हिन्दी प्रचार प्रसार सेवा संस्थान द्वारा प्रकाशित लोकप्रिय पत्रिका "साहित्य सम्राट" अवलोकनार्थ हेतु किया भेंट, हिन्दी को राष्ट्रभाषा घोषित करने की मांग
अयोध्या। मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम की पावन नगरी अयोध्या से मातृभाषा हिन्दी के समुन्यन व राष्ट्रभाषा घोषित किये जाने से संबंधित अंन्यान्य विधियों से हिन्दी प्रचार प्रसार सेवा संस्थान द्वारा एक अभियान के तहत आगामी संघर्षो की रणनीति पर व्यापक विमर्श कर संस्थान के पारिवारिक विस्तार को धार देते हुए सदस्यता अभियान के तहत आज यहाँ फ़ैज़ाबाद अयोध्या स्थित सुरेंद्र पाल सिंह पूर्व प्रशासनिक अधिकारी जिला पंचायत अंबेडकर नगर व श्रीमती हीरा सिंह प्रशासनिक अधिकारी जिला पंचायत अयोध्या को हिन्दी प्रचार प्रसार सेवा संस्थान द्वारा प्रकाशित लोकप्रिय पत्रिका "साहित्य सम्राट" अवलोकनार्थ भेंट करते हुए संस्थान के राष्ट्रीय महामन्त्री/सम्पादक "साहित्य सम्राट" डाoसम्राट अशोक मौर्य,संस्थान के संरक्षक मंडल सदस्य,हिंदी दैनिक जनहित सत्ता के ब्यूरो प्रमुख रामकेर सिंह, उक्त अवसर पर प्रशासनिक अधिकारी सुरेंद्र पाल सिंह व श्रीमती हीरा सिंह ने कहा कि हिंदी को जब तक देश की राष्ट्रभाषा नहीं घोषित किया जाता तब तक राष्ट्र का संपूर्ण विकासअसंभव है, बिडंबना है कि आज़ादी के इतने दिनों बाद भी विश्व में भारत ही एक ऐसाअजूबा राष्ट्र है जिसकी अपनी कोई भाषा ही नहीं है,आप सभी ने देश व प्रदेश की सरकारों से मांग की कि मातृ भाषा हिंदी के विकास की गतिविधियों को तेज करने के लिए हिन्दी को यथाशीघ्र राष्ट्र भाषा घोषित कर अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय हिंदी भवन व वाचनालय स्थापित किये जाँय, तथा देश भर के साहित्यकारों, लेखकों व पत्रकारों को आवासीय सुविधा तथा पेंशन की व्यवस्था की जानी जनहित में नितांत आवश्यक है l
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