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उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग उपाध्यक्ष चारु चौधरी ने किया जिला चिकित्सालय का अकास्मिक निरीक्षण


श्याम चन्दर मौर्य जिला संवाददाता निराला साहित्य 

अंबेडकर नगर 23 मई 2025।

चारु चौधरी  उपाध्यक्ष (उपमंत्री स्तर प्राप्त) उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग ने महात्मा ज्योतिबा फुले संयुक्त जिला चिकित्सालय अकबरपुर का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान उपाध्यक्ष  द्वारा जिला चिकित्सालय में स्थित एमसीएच विंग के विभिन्न वार्डों यथा–लेबर रूम, जनरल वार्ड, पोषण पुनर्वास केंद्र, रसोईघर आदि का भौतिक निरीक्षण किया तथा भर्ती मरीजों से वार्ता कर उन्हें उपलब्ध हो रही चिकित्सीय सुविधाओं यथा–दवा, जांच, भोजन एवं नाश्ता आदि का फीडबैक प्राप्त किया। इस अवसर पर उन्होंने चिकित्सालय में ओपीडी एवं प्रसव की संख्या को बढ़ाने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान चिकित्सालय में बड़ी संख्या में बेड खाली पाए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए बेड ऑक्युपेंसी को बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने रसोई घर में खाद्य पदार्थों का भी अवलोकन किया तथा संबंधित को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इसके उपरांत उपाध्यक्ष द्वारा संयुक्त चिकित्सालय के विभिन्न वार्डों तथा फिजिशियन कक्ष, बाल रोग विशेषज्ञ कक्ष, चर्म, कुष्ठ एवं गुप्त रोग विशेषज्ञ कक्ष, सर्जन कक्ष, डॉक्टर कक्ष, सीटी स्कैन केंद्र, डिजिटल एक्सरे कक्ष, अल्ट्रासाउंड कक्ष, बेबी फीडिंग एरिया, नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई, पैथोलॉजी, दवा काउंटर सहित शौचालय आदि का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न ओपीडी कक्ष में ओपीडी कर रहे चिकित्सको से वार्ता कर उनके द्वारा रोजाना मरीजों को उपलब्ध कराई जा रही सेवाओं की जानकारी ली तथा ओपीडी की संख्या को बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चिकित्सालय में आने वाले प्रत्येक मरीज को बेहतर चिकित्सी सुविधा उपलब्ध कराई जाए। इस दौरान भर्ती मरीजों एवं उनके तीमारदारों से वार्ता की,  कुछ मरीजों के पर्चे पर बाहर की दवा लिखी पाई जाने पर नाराजगी व्यक्त की तथा मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को इस पर कड़ाई से रोक लगाने के निर्देश दिए।

       निरीक्षण के उपरांत उन्होंने चिकित्सालय में बेहतर साफ सफाई व्यवस्था की सराहना की। उन्होंने कहा कि चिकित्सालय में पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हैं, उन्होंने चिकित्सालय में चिकित्सकों की नियमितता ना होने के कारण मरीजों की संख्या में कमी होने का कारण बताया।  उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान महिला चिकित्सालय में बेड खाली पड़े मिले जो एक सरकारी चिकित्सालय में नहीं होना चाहिए, उन्होंने संविदा चिकित्सकों की कार्यशैली पर नाराजगी व्यक्त की तथा  मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को सभी चिकित्सकों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने तथा प्राप्त कमियों को तत्काल दूर करने तथा 15 दिवस में फीडबैक देने के निर्देश दिए। इस अवसर पर उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देशित करते हुए कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि चिकित्सालय में कोई भी दाई अन्य स्टाफ किसी भी मरीज या उसके तीमारदार से पैसा ना मांगे। उन्होंने मरीजों से भी अपील की कि कोई भी मरीज सरकारी अस्पताल में किसी दाई अथवा अन्य किसी को पैसा ना दे। इस अवसर पर उन्होंने कहा सरकार द्वारा यहां सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं उन्होंने चिकित्सकों की कमी के बारे में उच्च स्तर पर बात रखने को कहा जिससे कि चिकित्सकों की संख्या को पूरी की जाए। इस अवसर पर उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देशित किया कि सुनिश्चित किया जाए की कोई भी दवा बाहर से न लिखी जाए तथा जिन दवावों की कमी है उसे तत्काल मंगाया जाए और नियमित सभी दवाएं उपलब्ध रखी जाए। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ पी एन यादव, अपर जिला सूचना अधिकारी विनय कुमार वर्मा  सहित संबंधित चिकित्सक एवं अधिकारी उपस्थित रहे।

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