नगर पालिका के कार्यों का पचास प्रतिशत ठेका मोहम्मद रजा को ही क्यों?
अम्बेडकर नगर। नगर पालिका परिषद अकबरपुर में सभासद के अनुसार लगभग 70-75 ठेकेदार हैं किन्तु उनमें से मात्र 25-30 ठेकेदारों को ही नगरपालिका के कार्यों का ठेका, पूर्व निर्धारित योजना के तहत प्राप्त हो पाता है। इन 25-30 ठेकेदारों में मोहम्मद रजा नामक ठेकेदार को लगभग पचास प्रतिशत ठेका अकेले तथा शेष पचास प्रतिशत में अन्य ठेकेदारों को नगर पालिका का कार्य प्राप्त होता है। मोहम्मद रजा के कार्य-कलापों से अध्यक्ष नगर पालिका उसी प्रकार मोहित हो चुके हैं जिस प्रकार माया-दशरथ भगवान राम से हार्दिक रूप में मोहित थे, और इसके बारे में श्री दशरथ जी ने गुरु बिस्वामित्र जब दशरथ जी के पास अपने यज्ञ के रक्षार्थ भगवान राम को मांगने गये थे, तो महाराज दशरथ ने उनसे श्रीरामचरित मानस जी की जो चौपाई कही, वह निम्नलिखित है : ‘‘सब सुत मोहि प्रण की नाई। राम देत नहि बनै गोसाई।।’’
अध्यक्ष नगर पालिका अकबर पुर का इस मोहम्मद रजा ठेकेदार पर इतना स्नेह और आकर्षण क्यों है? एक सभासद ने इस बारे में बताया कि जितने भी कार्य मोहम्मद रजा द्वारा कराये गये हैं उनमें न तो मानकों का ध्यान रखा गया है और न ही उसके कार्य को निरीक्षण करने की हिम्मत ही किसी अधिकारी की पड़ती है। मोहम्मद रजा ने नाप जोखकर जो दे दिया, वही बिल बना दिया जाता है। बहुत पुरानी चर्चा यह भी चली आ रही है कि जब-जब वर्तमान अध्यक्ष नगर पालिका के अध्यक्ष पद पर रहे, तब-तब मोहम्मद रजा की हुकूमत थी। नाम न छापने का अनुरोध करते हुए इस सभासद ने बताया कि उसके सारे कामों में प्राप्त होने वाले लाभ में पचास प्रतिशत का हिस्सा अध्यक्ष नगर पालिका का होता है। इतना ही नहीं मोहम्मद रजा की अभी यह हैसियत हो चुका है कि वह जिसको चाहेगा, नगर पालिका का ठेका उसी को मिलेगा, जिसे नहीं चाहेगा उसे नहीं मिलेगा।
पालिका के सभासदों में इस बात को लेकर गहरा आक्रोश है और उन्होने बताया कि इस सम्बंध में हम लोग शीघ्र ही आवाज उठायेंगे और पत्रकारों, डीएम तथा शासन स्तर तक, नगर पालिका के भ्रष्टाचार और लूट को उनके संज्ञान में लाकर उच्च स्तरीय जॉच कराये जाने की मॉग करेंगे। (चौथी किश्त अगले अंक में...)
साभार - कब तक चुप रहें, संवाददाता
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