*शिक्षामित्रों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा*
संभल। शिक्षामित्र शिक्षक पात्रता एसोसिएशन सम्भल ने कल्कि महोत्सव के दौरान जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश सरकार को संबोधित ज्ञापन सौंपा । ज्ञापन में जिला अध्यक्ष रजनेश कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश में 143000 से ज्यादा शिक्षामित्र स्नातक और दो वर्षीय बीटीसी की परीक्षा उत्तीर्ण तो हैं ही इसके साथ ही उत्तर प्रदेश लगभग 60000+ शिक्षामित्र दो वर्षीय बीटीसी और स्नातक परास्नातक तो हैं ही UPTET और CTET की परीक्षा उत्तीर्ण हैं जो NCTE के साथ RTE Act 2009 के नियमों के मुताबिक सहायक अध्यापक की योग्यता रखते हैं। हिमाचल के साथ उत्तराखंड राज्य में सभी TET और CTET पास अपने सभी शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापकों के पदों पर नियुक्ति 2019 में ही दे दी है। यहां उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार 2017 से शासन कर रही है शिक्षामित्रों से चुनाव से पहले वादा भी किया था उसके बाद शिक्षामित्र का समायोजन लचर पैरवी के चलते रद्द करा दिया और रद्द होते ही 42000 से घटाकर शिक्षामित्र का मानदेय 10000₹ 11 महीना (9100₹ प्रति माह) तक कर दिया।आर्थिक तंगी में अब तक 14000 से ज्यादा शिक्षामित्र इस दुनिया में न्याय की उम्मीद करते-करते नहीं रहे लेकिन अब तक उनको न्याय नहीं मिला है। शिक्षामित्र शिक्षक पात्रता एसोसिएशन सम्भल के जिला अध्यक्ष रजनेश कुमार ने बताया कि हमारी सरकार से मात्र दो ही प्रमुख मांगे हैं।उत्तराखंड की बात उत्तर प्रदेश के सभी टेट और सीटेट पास शिक्षामित्रों के लिए सरकार सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति प्रदान करें और दूसरी मांग है कि जो शिक्षामित्र टेट उत्तीर्ण नहीं हैं, उन सभी के लिए जब तक टेट या सीटेट की परीक्षा उत्तीर्ण नहीं कर लेते हैं, तब तक प्रशिक्षित वेतनमान दिया जाए, और वह जैसे ही टेट या सीटेट की परीक्षा उत्तीर्ण कर लेते हैं तो उनको भी उत्तराखंड की भांति सहायक अध्यापक के पदों पर नियुक्ति प्रदान की जाए। शिक्षामित्र शिक्षक पात्रता एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष अवधेश श्रीवास्तव के नेतृत्व में पूरे उत्तर प्रदेश में जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन कार्यक्रम चलाया जा रहा है ताकि शासन स्तर पर सही मांग मुख्यमंत्री के पास तक पहुंच सके। ज्ञापन देने वालों में राजेंद्र सिंह, पूरनमल सिंह यादव ,मुशाहिद अली, शिशुपाल सिंह आदि उपस्थित रहे।

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